गुरुवार, 9 अगस्त 2012

कृष्ण कन्हैया



अब तो आ कान्हा  जाओ, इस धरती पर सब त्रस्त हुए 
 दुःख सहने को भक्त तुम्हारे आज क्यों  अभिशप्त हुए 

नन्द दुलारे कृष्ण कन्हैया  ,अब भक्त पुकारे आ जाओ 
प्रभु दुष्टों का संहार करो और  प्यार सिखाने आ जाओ 

मदन मोहन सक्सेना 

3 टिप्‍पणियां:

  1. जय श्री कृष्ण |
    शुभकामनायें ||

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  2. बहुत सराहनीय प्रस्तुति.
    बहुत सुंदर बात कही है इन पंक्तियों में. दिल को छू गयी. आभार !
    शुभकामनायें.

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