रविवार, 21 जुलाई 2013

काश हम अकेले होते

 

 

 

काश हम अकेले होते (अणु भारती में पूर्ब प्रकाशित मेरा ब्यंग्य)

मदन मोहन सक्सेना .

 

1 टिप्पणी:


  1. बढ़िया है यह विमर्श-
    आदरणीय मदन मोहन जी-
    सादर बधाइयां
    गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर
    शुभकामनायें-

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